Sunday, August 29, 2021
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श्री राम लला के दर्शन पूजन करने के बाद महामहिम राष्ट्रपति को सनातन धर्म की विजय पताका,धर्म ध्वज और श्रीरामचरितमानस रामलला के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने की भेंट.
श्री राम लला के दर्शन पूजन करने के बाद महामहिम राष्ट्रपति को सनातन धर्म की विजय पताका,धर्म ध्वज और श्रीरामचरितमानस रामलला के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने की भेंट.
श्री राम लला के दर्शन पूजन करने के बाद महामहिम राष्ट्रपति को सनातन धर्म की विजय पताका,धर्म ध्वज और श्रीरामचरितमानस रामलला के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने की भेंट.
रिपोर्ट : बिस्मिल्लाह खान
अयोध्या
धर्मनगरी श्री अयोध्याजी मे श्रीराम जन्म भूमि पर श्रीराम लला का जिस समय महामहिम राष्ट्रपति महोदय दर्शन पूजन कर रहे थे, ठीक उसी समय राम की पैड़ी स्थित श्रीसिद्धेश्वरनाथ महादेवजी पर महामहिम के उत्तम स्वास्थ्य दीर्घायुष्य जीवन की कामना के साथ-साथ अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों की सफलता एंव भारत को महाशक्ति के सर्वोच्च शिखर पर आरूढ़ करने की प्रार्थना करते हुए पंचामृत से भगवान भोलेनाथ का नमक-चमक से रूद्राभिषेक कर एक हजार कमल पुष्पों से सहस्रार्चन किया गया।
जानकारी देते हुए रामादल अध्यक्ष पण्डित कल्किराम ने बताया कि श्रीराम लला के दर्शन पूजन करने के बाद मुख्य पुजारी श्रीसत्येन्द्रदास जी ने महामहिम राष्ट्रपति महोदय जी को सनातन धर्म की विजय पताका,धर्म ध्वज और श्रीरामचरितमानस भेंट की। श्रीराम लला के दरबार मे पहली बार पहुंचे महामहिम का सनातन धर्म की विजय पताका और धर्म ध्वज ग्रहण करना विश्व पटल पर भारत को महाशक्ति के सर्वोच्च शिखर पर आसन्न करेगा साथ ही भारत के विश्वगुरू बनने की राह भी महादेवजी की असीम कृपा से प्रशस्त होगी और सनातन धर्म की नींव भी विश्व समुदाय मे सशक्त होगी इसमे रत्तीभर भी सन्देह नही है।
आगामी उत्तर प्रदेश के विधानसभा के चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रचण्ड बहुमत के साथ पुनः मुख्यमंत्री के रूप मे विजयश्री की कामना लेकर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर श्रीराम लला को संकल्पित नवीन वस्त्र धारण कराया जायेगा। मध्याह्न बेला मे भोलेनाथ महादेवजी का नमक-चमक से विशिष्ट रूद्राभिषेक किया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि विगत आठ वर्षों से प्रधानमन्त्री मोदी के निमित्त चल रहे धार्मिक महानुष्ठान मे प्रत्येक सोमवार को मौन रखकर धार्मिक महानुष्ठान किया जाता है।अबकी बार जन्माष्टमी का महान पर्व भी सोमवार को पड़ रहा है इसलिए सनातन धर्म के हितार्थ किया गया धार्मिक कर्म शत-प्रतिशत सफल होगा।
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