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Pic Source: ANI |
आर्या न्यूज़ लाइव, नई दिल्ली Updated Sun, 14 Oct 2018 09:44 AM IST
करीब 8 साल बाद तनुश्री दत्ता ने नाना पाटेकर पर यौन उत्पीड़न का आरोप क्या लगाया मनो पूरी दुनिया में आग सी लग गई और फिर इस आग ने ऐसे ऐसे नाम उगले जिसको सुन कर पूरा भारत सन्न रह गया।
metoo की इस आग ने अलोक नाथ, रजत कपूर, कैलाश खेर, चेतन भगत जैसे सख्शियत को भी नहीं छोड़ा ये तो बस हमने उदाहरण के तौर पर कुछ नाम दिए है वर्ना फेरियस्त तो इसकी काफी लंबी है। ताज़ा नाम केंद्रीय मंत्री एम के अकबर का जुड़ा है।
'मी टू' अभियान के तहत यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर रविवार की सुबह भारत लौट आए। इस दौरान दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उन्हें पत्रकारों ने घेर लिया और सवाल करने लगे तो उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वे अपने ऊपर लगे आरोपों पर बाद में बयान जारी करेंगे।
बता दें कि प्रिया रमानी और प्रेरणा सिंह बिंद्रा नाम की दो महिला पत्रकारों ने एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। एक ओर प्रिया रमानी का कहना है कि एमजे अकबर ने होटल के एक कमरे में इंटरव्यू के दौरान कई महिला पत्रकारों के साथ आपत्तिजनक हरकतें की हैं।
वहीं, दूसरी ओर प्रेरणा सिंह बिंद्रा नाम की महिला पत्रकार का कहना है कि उनके साथ हुई घटना 17 साल पुरानी है। अकबर उनसे अश्लील टिप्पणियां किया करते थे और उनका जीना मुश्किल कर दिया था। वह इतने सालों तक इसलिए चुप रहीं क्योंकि उनके पास सबूत नहीं थे।
'मी टू' अभियान के तहत एमजे अकबर पर जब यौन उत्पीड़न का आरोप लगा था, तब वो नाइजीरिया के दौरे पर थे। उन्होंने अभी तक इस मामले पर अपनी ओर से कोई सफाई पेश नहीं की है।
वहीं, इन आरोपों के बाद कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टी के कई नेताओं ने उनका इस्तीफा मांगा है। कांग्रेस ने कहा है कि केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर को यौन उत्पीड़न के आरोपों पर संतोषजनक स्पष्टीकरण देना चाहिए या तत्काल इस्तीफा देना चाहिए। पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता एस. जयपाल रेड्डी ने कहा कि एमजे अकबर के आचरण की जांच होनी चाहिए। जब उनके साथ काम कर चुकी महिला पत्रकारों ने आरोप लगाया है तो फिर वह मंत्री पद पर कैसे बने रह सकते हैं।
यौन उत्पीड़न के मामलों की जांच के लिए कमेटी गठित
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने 'मी टू' से जुड़े सभी मामलों की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी में सेवानिवृत्त जज और कानूनविद् को बतौर सदस्य शामिल किया गया है।
Minister of State (MoS) for External Affairs MJ Akbar, who arrived in India today morning refrained from speaking on sexual misconduct allegations levelled against him while saying that he will issue a statement on the matter later on— ANI Digital (@ani_digital) October 14, 2018
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'एमजे अकबर के खिलाफ आरोपों की जांच होनी चाहिए'
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर पर लगे आरोपों की जांच होनी चाहिए। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि मंत्री पर जो आरोप लगे हैं उनकी सत्यता की भी जांच होनी चाहिए।
अमित शाह ने कहा है, 'देखना पड़ेगा ये सच है या झूठ। हमें पद की सत्यता और जिस व्यक्ति ने इसे पोस्ट किया है उसकी भी जांच करनी होगी। आप मेरे नाम का इस्तेमाल करते हुए भी कुछ लिख सकते हैं। हम इस पर जरूर सोचेंगे।'
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