Anurag Shrivastava
मुजफ्फरपुर: वैसे तो छठ पर्व हिन्दुओ के महान पर्व में से एक है। ये चार दिन की कठोर तपस्या का त्यौहार है। यह त्यौहार लोगो के जीवन में ख़ास जगह रखता है। महिला ही क्यू पुरुष भी बढ़ चढ़ कर इस त्यौहार में हिस्सा लेते है। इस त्यौहार को ले कर बच्चो में भी काफी उत्साह देखने को मिलता है। यह एक ऐसा त्यौहार है जो अमीरी गरीबी की खाई को कम करता है। आज छठव्रती पहला अर्घ डूबते हुए सूर्य को अर्घ देकर करेंगे। ये छठ इंसान के जीवन में खास मायने रखता है। ये एक ऐसा पर्व है जो उच्च नीच, अमीर गरीब, जात पात का भेदभाव ख़त्म करना सिखाती है। यह एक ऐसा पर्व है जो ये बतलाता है कि अगर आपके पास पूजा करवाने हेतु ब्राह्मण नहीं है तभी आप इस पर्व को आसानी से कर सकते है। यह पर्व यह सिखलाता है कि आपकी हैसियत जैसी भी हो आप यह पर्व कर सकते हो। यह पर्व हमे अपने नदियों का सम्मान करना सिखाता है। ये हमे गागल सुथनी जैसी कंदमूल जैसे फल को बचाना सिखाती है। ये हमे सुप दउरा बनाने वाले को भी समाज में उनका सम्मान बनाये रखने में मदद करती है। ये एक ऐसा पर्व है जो हमे परंपरा को बनाये रखना सिखाती है।
छठघाट पर दिखा जातीय एकता का महान रूप
शहर के शाहू पोखर स्थित घाट पर कल जाति एकता और भाईचारे का एक अनोखा चेहरा देखने को मिला। दरअसल यहाँ कुछ मुस्लिम समुदाय के लोगो ने मिलकर छठघाटों की सफाई की। उन्होंने ये बता दिया की आज भी हिन्दू मुस्लिम एकता ख़त्म नहीं हुई है। हां ये अलग बात है कि कुछ लोगो द्वारा हमेशा हिन्दू मुस्लिम पर राजनितिक बाण चला कर अपना उल्लू सीधा करने का काम किया पर हमेशा मुस्लिम समुदाय के लोगो ने उन्हें करारा जवाब दिया है। कल दोपहर करीब 12 बजकर 30 से उन्होंने ये अभियान शुरू किया। घाट सफाई अभियान ने वार्ड 46 के राजद की ओर से भावी प्रत्याशी बने सैफ अली और कई लोगो ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।
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