ARYA NEWS LIVE

लाइव आर्या एक सोशल मीडिया प्लेटफार्म के द्वारा खबरों को आप तक पहुचाने का काम करती है। ये फेसबुक, ब्लॉग और यूट्यूब जैसे प्लेटफार्म से आप तक सटीक खबर पहुचती है।

Header Ads Widget

Responsive Ads Here

Thursday, July 09, 2020

कानपुर: आखिरकार मारा गया आठ पुलिसकर्मियों का हत्यारा विकास दुबे भागने के क्रम में हुआ इनकाउंटर


कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों का हत्यारा विकास दुबे आखिरकार शुक्रवार की सुबह पुलिस की गोलियों का शिकार हो गया। विकास दुबे को कानपुर की STF टीम ने उस वक़्त मारा जब वो गाड़ी पलट जाने पर भागने की कोशिश करने लगा। मध्यप्रदेश के उज्जैन से कानपुर ला रही यूपी STF की काफिले की गाड़ी आज सुबह दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसा कानपुर टोल प्लाजा से 25 किलोमीटर दूर हुआ। जब यूपी एसटीएफ की टीम विकास दुबे को लेकर जैसे ही कानपुर पहुंची, वह गाड़ी में सुरक्षाकर्मियों की पिस्टल छीनने लगा। इसी बीच संतुलन बिगड़ने के बाद गाड़ी पलट गई। गाड़ी पलटते ही विकास पुलिस पर फायरिंगकर भागने लगा।
Picture Input: ANI


इसी दौरान सुरक्षाकर्मियों ने भी अपने बचाव में गोलियां चलाईं। मुठभेड़ में चली गोलियों से विकास दुबे काफी गंभीर रूप से घायल हो गया। जब सुरक्षाकर्मी की टीम उसे लेकर अस्पताल पहुँची तो डाक्टरों ने जाँच के दौरान ही उसे मृत पाया। इस हादसे में तीन पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहाँ उनका इलाज चल रहा है।
Picture Input: ANI

गौरतलब हो कि विकास दुबे को गुरुवार की सुबह ही मध्य प्रदेश के उज्जैन की महाकालेश्वर मंदिर से ही पुलिस ने गिरफ्तार किया था। गोलीकांड के बाद से ही पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। सात दिनो की तलाश के बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। इसके बाद एमपी की पुलिस ने विकास दुबे को उज्जैन कोर्ट में पेश कर देर शाम यूपी एसटीएफ की टीम को सौंप दिया था।
Picture Input: ANI

विकास के 5 अन्य करीबी भी पुलिस एनकाउंटर में हुए ढेर

अबतक विकास दुबे के पांच करीबी साथी पुलिस मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं जबकि दो अन्य साथी दयाशंकर कल्लू और श्यामू वाजपेयी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस मुठभेड़ में मारे गए साथियों के नाम हैं- प्रेम प्रकाश (विकास दुबे का मामा), अतुल दुबे (विकास दुबे का भतीजा), अमर दुबे (विकास दुबे का राइड हैंड), प्रभात और प्रवीण उर्फ बउवा। इसके साथ ही वारदात में शामिल 14 आरोपितों को जेल भेजा जा चुका है।

Picture Input: ANI

एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ पुलिस ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। सीओ, एसओ समेत आठ पुलिस कर्मियों की हत्या के मामले में विकास समेत 18 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की थी। जांच के बाद 15 लोगों के और नाम सामने आए हैं। इन सभी के नाम भी एफआईआर में बढ़ाए जाएंगे। विकास पर पांच लाख और इन सभी पर फरार अपराधियों पर 50-50 हजार का इनाम घोषित किया गया था।


No comments:

Post a Comment

Thanks 4 your comment