मुजफ्फरपुर न्यूज़ डेस्क
14 नवम्बर 2018, 15:22 pm IST
● अनुराग श्रीवास्तव
______________________________________________
सूर्य ने भी खेली आँख मिचौली
जैसे जैसे अर्घ देने का वक़्त होने लगा सूर्यदेव ने भी भक़्तों के साथ आँख मिचौली खेलना आरंभ कर दिए। देखते ही देखते मौसम ने थोड़ा करवट लिया और धुंध ने थोड़े समय के लिए सूर्य को अपने आगोश में ले लिया। ठण्ड बढ़ी पर भक़्तों की आस्था कम नहीं हुई। थोड़े समय के बाद कोहरे ने भक़्तों की घोर आस्था के आगे घुटने टेक दिए।
सूर्य उदय के साथ चल पड़ा अर्घ देने का दौर
जैसे ही सूर्य ने अपनी उषा की लालिमा बिखेरी वैसे ही भक़्तों की आस्था अपने चरम पर पहुँच गई। देखते ही देखते सूर्य को अर्घ देने का सिलसिला शुरू हो गया। सूर्य को अर्घ देने के बाद व्रतियों ने धुप हवन किये फिर प्रसाद वितरण किये गए।
अंतिम अर्घ को लेकर प्रशासन रही मुस्तैद
छठ एक महापर्व है जिसे लाखो श्रद्धालु करते है। घाटो पर भी लाखों के संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहते है। इसके मद्देनजर प्रशासन ने अपनी ओर से घाटो पर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इन्तेजाम कर रखे थे। छठ के अंतिम दिन भी प्रशासन की ओर से वही कड़े इंतजाम देखने को मिली। खुद एसएसपी डीएम और बड़े आला अधिकारियों ने बारंबार घाटो की निगरानी करते नज़र आये।
देश हो विदेश छठ की रही धूम
छठ अब केवल बिहार या बिहारियों का पर्व नहीं रहा अपितु अब यह पर्व ग्लोबल पर्व का दर्जा हासिल कर चुका है। ये एक ऐसा पर्व बन चूका है जिसे केवल बिहार ही नहीं पूरे भारतवर्ष या यूँ कहे पुरे विश्व में मनाया जाने लगा है। एक ओर जहां चाइना के अखबारो ने भी छठ की खबरों को अपने अखबार के पन्नो पर प्रमुखता से छापा और माना कि ये पर्व भारत का एक महान पर्व है, वही विदेश में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगो ने पूरे आस्था के साथ इस पर्व को किया। इस पर्व को चाइना, कनाडा, दक्षिण अफ्रीका जैसे कई देशों में पूरी आस्था के साथ मनाया गया। यही नहीं कुछ विदेशियों द्वारा भी इस पर्व को मनाया गया।
छठ पर्व पर साम्प्रदायिक सौहार्द के रंग दिखे
इस पर्व पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी कुछ ऐसा देखने को मिला जिसने दिल को खुश कर दिया। इस पर्व में वैसे हर तबके के लोग बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते है पर मुस्लिम समुदाय के द्वारा जो तस्वीर पेश की गई उसने धर्म की राजनीती करने वालो के गालों पर जोरदार तमाचा कसा। जहाँ एक ओर कुछ लोग धर्म की राजनीती कर अपना उल्लू सीधा करने में लगे रहते है। वही दुसरी ओर मुस्लिम समुदाय के लोगो ने छठ घाटो की सफाई कर यह जता दिया की आज भी दुनिया में कौमी एकता कायम है। यही नहीं कुछ मुस्लिम महिलाओं और पुरुषो के द्वारा छठ का महान पर्व किया गया। उन्होंने ये पर्व कर के ये सन्देश दिया की धर्म चाहे कोई भी हो ईश्वर सबका एक है।
No comments:
Post a Comment
Thanks 4 your comment